दाधीच होकर के दाधीच का,आप सभी सम्मान करो | सभी दाधीच एक हमारेमत उसका नुकसान करो |चाहे दाधीच कोई भी होमत उसका अपमान करो | जो ग़रीब हो अपना दाधीचधन देके धनवान करोहो गरीब दाधीच की बेटीमिलकर कन्या दान करो | अगर दाधीच लड़े चुनावशत प्रति शत मतदान करोहो बीमार कोई भी दाधीचउसे रक्त का… Continue reading दाधीच होकर के दाधीच का ( Poem )