कोई बोले दादा तेरा कोई बोले दादा मेरा
मैं तो कहू तू है उसका जो नाम रटता तेरा
1 अब जाती भरम मिटावो
पोतों को गले लगावो
जो सन्त भाव ना जाने
उन्हें प्रेम की राह दिखावो
अब सही समय आया है अब तो ना देर लगावो
2 तेरी ही कृपा से दादा
भक्तों ने ज्योत जगाई
घर घर मे आनंद छाया
देखी तेरी सकलाई
टूटे दिल आज मिलादे तब छुटे सब कुटलाई
3 तेरे सिवा मेरे दादा
मेरा कोई ना है रखवाला
अब भरी सभा मे दादा
तू ही है लाज बचाने वाला
तूने मान बढ़ाए रखा धरणीधर दादा तेरा
स्वर/लेखक:-धरणीधर दाधीच (कोलकाता)